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कीटनाशकों के उपयोग के बिना फ्लाई नियंत्रण – जादुई जाल   

     पशुधन खेत में सबसे पहली दिखे जानेवाला शत्रु फ्लाई| यह फ्लाई इंसान तथा जानवरोंकेलिए कई प्रकार के रोगों को आमंत्रित करता है|यह जंतु अपायकारी तथा मृत्यु को आमंत्रित करता है | हानिकारक व बाधित फ्लाई को नाश करना अभी आसान होगया है| इससे मुक्ति पानेकेलिए एक अब एक नया प्रकार का जाल रचा गया है|

    हाँ, कुक्कुट, भेड़, खरगोश, गाय और सुअर खेती इकाइयों में मक्खियों का समस्याएँ ज्यादा  | यदि इन्हे जल्द से जल्द नियंत्रित नहीं किया गया तो, कुछ ही दिनों के भीतर ६० से अधिक बीमारियोंका खतरोंका संभावना को टाल नहीं सकतें | जिस तरह मक्खियाँ मनुष्यों के स्वस्थ्य पर हानि पहुंचाते हैं  इसी तरह जानवरों पर भी|  दुग्ध सेंटरों में भी दूध पर प्रभावित करनेवाले संक्रमणों से बचानेकी आवश्यकता है| इस तरह निर्वहण क्रमों पर फ्लाई तीव्र नुक्सान पहुंचाते हैं|

     और ग्रामीण भागों पर ध्यान दिया जाय तो, मक्खियोंके समस्याओंसे ही कई कुक्कुट इकाईयाँ बंध हो चुकी हैं| यह बात आपको आश्चर्य हो सकता है, पर यह सत्य हैं| आम तौर पर ग्रामीण इलाकों में चिकन, भेड़, गाय और सुअर खेती इकाइयों को चलाने वाले किसान पृष्ठभूमि से हैं। इकाइयों के शुरुवात केलिए ज्यादातर किसान मित्रोंका कर्ज रहता है| यदि कृषि लाभदायक नहीं हुआ तो , इकाइयोंको स्टॉप करनेकी मजबूरी पैदा हो सकती हैं|

      यदि इस परिस्थ्तिति से पार होना चाहते है तो, मक्खियोंसे पार होना जरूरी है| इस के लिए इकाइयों की स्वच्छता पर ध्यान दें| ज्यादातर फ्लाई नियंत्रण के लिए कीटनाशकों का उपयोग किया जाता हैं| परन्तु यह विधि परिणामकारक नहीं हैं| क्यूंकि ऐसा करने से आसपास के पर्यावरण और फ़सलों पर नुक्सान पहुँचने की संभावना रहती हैं| भूजल भी इससे दूषित हो जाता हैं|        इसलिए मक्खियोंको इस तरह के नकारात्मक प्रभावोंसे नियंत्रित करनेकी विधि उत्तम नहीं कहलाता |

    इन सबसे राह पाने केलिए और प्रभावित रूपसे फ्लाई से मुक्ति पानेकेलिए बैरिक्स कृषि अनुसंधान सेंटर ने एक नया तरीका डूंड रखा  हैं| | मक्खियों से मुक्ति केलिए जाल रचा हैं|   यह कोई पारम्परिक जाल नहीं हैं|  तीन सेपरेट पार्ट से जुड़ा छोटी सी बॉक्स मादरी का जाल  हैं| इसे हाउस फ्लाई डोमो ट्रैप कहा जाता हैं| इस जाल का निर्वहण अति सुलभ तथा कम खरचदायक है|  कैरो ल्यूर पाउच को कट कर के पाउच में रही पाउडर को बेस बोल में डालें |  उस पाउडर को मिक्स करने पर वह मिश्रण रूप में आजायेगा|  उस बोल पर कोन फिक्स करना है| इसके रीम के चारों ओर फेरो ल्यूर लगाना चाहिए|  बाद में  शंकु( कोन)  पर पारदर्शी बॉक्स लगाया जाता है तो फ्लाई जाल तैयार होता है। इस जाल में कैरो, ल्यूर और फेरो ल्यूर से निकली गंध से मक्खियां आकर्षित होते हैं| बेसबोवा में बड़े छेद के माध्यम से प्रवेश फ्लाई फेरो ल्यूर लगाए कोन के पास आजाता हैं|

    नेट को बरिक्स ने  डजॉइन कियाहै है मक्खी बाहर नहीं आसके|   इस तरह नेट में गुसि फ्लाई बाहर आ नहीं सकती | इस तरह एक दो दिन में पर्याप्त मात्र के फ्लाई नेट में घुस जाती हैं| फिर जाल को हटा दें और मृत मक्खियों को हटा दें और मिट्टी को बंद कर दिया जाना चाहिए। फिर कचरे के कुछ हिस्सों को पानी से धोएं और लालच डालें। इससे मक्खियों को फिर से आकर्षित करने के लिए जाल तैयार हो जाएगा।

     इस तरह के जाल जो है वह पर्यावरण स्नेही होने के साथ साथ कृषिक स्नेही भी कहलाता हैं|इस प्रकार कुक्कुट और पशुधनोंको भी संक्रामिक मुक्त बना सकते हैं| लेकिन स्वच्छता पर हमेशा ध्यान देना ना बुलें| इस जाल को सिर्फ पशु धन सेंटर पर ही नहीं बल्कि खाद्य उत्पादन इकाइयों, बेकरी, होटल, रस निर्माण केंद्र, अस्पतालों और घरों में फ्लाई जादुई जाल  प्रभावी उपयोगकारी हैं । जानकारी के लिए: 9900800033

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